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मंगल ग्रह की ऐसी शानदार तस्वीरें, जो आपको मंत्रमुग्ध कर देंगी
- इस गैलरी पर क्लिक करें और देखें हमारे पड़ोसी ग्रह मंगल की शानदार तस्वीरें
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माउंट शार्प, 2012
- इस तस्वीर में मंगल ग्रह का बेस, माउंट शार्प दिखाया गया है। इसे आधिकारिक रूप से एओलिस मॉन्स कहा जाता है। यह घाटी तल से 5.5 किमी (3.4 मील) ऊँचा है।
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ओफिर चस्मा, 2015 - मंगल की एक घाटी का शानदार नज़ारा। यह इस ग्रह के वास्ट कैनयन सिस्टम के उत्तरी हिस्से पर मौजूद है।
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नीली पटेरा, 2014
- नीली पटेरा एक प्राचीन ज्वालामुखी की साइट पर, इसके एक लावा-बेड के सबसे ऊपरी हिस्से में मौजूद है। नीली पटेरा मंगल ग्रह पर सबसे सक्रिय ड्यून फील्ड्स में से एक है।
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गुलिज़, 2017
- यह चिपचिपी, लोबेट फ्लो मंगल ग्रह के मध्य अक्षांशों में पाई जाती हैं। यह टेरेस्ट्रियल मोरेन से काफ़ी मिलती जुलती हैं। इससे पता चलता है कि यहाँ पर काफ़ी बर्फ़ है या पहले यहाँ काफ़ी बर्फ़ रही होगी
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येलोनाइफ़ खाड़ी, 2013
- इस इलाके का नाम येलोनाइफ़ खाड़ी है। इसके खुरदरे गोलाकार फ़ीचर्स को कॉन्क्रीशन (ज्वालामुखी, सल्फर या अन्य रासायनिक तत्व) कहा जाता है। यानि, यह तलछट में छिद्रों के माध्यम से रिसने वाले पानी से बने थे।
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क्रेटर, 2014 - मंगल ग्रह पर एक इम्पेक्ट क्रेटर की इस तस्वीर को एक ऑर्बिटर से खींचा गया था।
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लिंक, 2012
- इस चट्टानी टुकड़े को लिंक कहा जाता है। इसमें गोल ग्रेव फ्रेग्मेंट या क्लास्ट होते हैं, जिनका आकार कुछ सेंटीमीटर तक हो सकता है।
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रेत के टीले, 2014 - ये मंगल ग्रह के सबसे उत्तरी रेत के टीले हैं। यह एक मौसमी कार्बन डाइऑक्साइड (शुष्क) बर्फ के शीतकालीन आवरण (विंटर कवर) से बनते हैं।
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एसिडेलिया प्लैनिटिया, 2015 - इस मैदान को मशहूर नॉवेल और फिल्म 'द मार्टियन' में एरेस 3 नामक एक क्रू मिशन के काल्पनिक लैंडिंग स्थल के रूप में दर्शाया गया था।
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हेलस प्लैनिटिया, 2011 - हेलस प्लैनिटिया बेसिन पर चैनल्स 1 से 10 मीटर तक चौड़े है।
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नोक्टिस लेबिरिंथस, 2013
- यह इलाका वल्लेस मैरिनेरिस के ऊपरी इलाकों में थारिस पर्वत पर स्थित है। यह खड़ी दीवारों वाली घाटियों की भूलभुलैया के लिए मशहूर है।
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गेल क्रेटर, 2013 - यह अंदाज़न 3.5 से 3.8 अरब साल पुराना है। एओलिस चतुर्भुज के उत्तर-पश्चिमी भाग के पास मौजूद यह क्रेटर (गड्ढा) शायद एक सूखी झील भी है।
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क्यूरियोसिटी, 2013
- गेल क्रेटर पर खोज करने के लिए एक कार के आकार का रोवर डिज़ाइन किया गया था। इस तस्वीर में आप इसे निचले दाएं कोने के पास एक नीले बिंदु के रूप में देख सकते हैं।
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गेल क्रेटर, 2012 - इस तस्वीर में गेल क्रेटर की दीवार का एक हिस्सा दिखाया गया है। माना जाता है कि पानी के कटाव से बनी घाटियों का एक नेटवर्क बाहर से क्रेटर में प्रवेश करता है।
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शेलर, 2013 - इस चट्टानी संरचना को शेलर कहा जाता है।
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खाइयाँ, 2008 - फीनिक्स लैंडर की रोबोटिक आर्म ने इन दोनों खाइयों को खोदा था।
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विक्टोरिया क्रेटर, 2006
- यह इम्पेक्ट क्रेटर लगभग 730 मीटर चौड़ा है और मेरिडियानी प्लैनम मैदान में स्थित है। इसका नाम फर्डिनेंड मैगलन के एक पानी के जहाज़ के नाम पर रखा गया है। यह पाँच जहाज़ थे, जिन्होने सबसे पहले दुनिया का चक्कर लगाया था।
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उल्कापिंड, 2005 - नासा के मार्स एक्सप्लोरेशन रोवर अपॉर्चुनिटी ने इस लोह उल्कापिंड (आयरन मीटियोरॉइड) की तस्वीर खींची थी।
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कोलंबिया हिल्स, 2004
- इस तस्वीर में कोलंबिया हिल्स, गुसेव क्रेटर के अंदर निचली पहाड़ियों की एक श्रृंखला को देखा जा सकता है।
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पानी, 2015
- इस तस्वीर को ध्यान से देखिए। क्या इसमें आपको काली, पतली धारियाँ दिखाई दे रही हैं? माना जाता है कि ये धारियाँ बहते पानी से बनी हैं।
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गार्नी क्रेटर, 2015 - गार्नी क्रेटर की दीवारों से निकलने वाली इन अंधेरी, पतली धारियों को आवर्ती ढलान रेखा (रीकरिंग स्लोप लिनीए) कहा जाता है।
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सर्कुलर डिप्रेशन, 2015 - मंगल की सतह पर मौजूद इस गोलाकार गड्ढे को फरवरी 2015 में नासा के मार्स रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर ने कैप्चर किया था।
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रंगीन, 2008
- 25 मई, 2008 को फीनिक्स मार्स लैंडर अंतरिक्ष यान सफलतापूर्वक मंगल की सतह पर उतरा। उसके बाद कई रंगीन तस्वीरें ली गईं। यह तस्वीर जो आप देख रहे हैं, यह उन्हीं तस्वीरों में से एक है। यह पहली बार था जब कोई अंतरिक्ष यान मंगल के उत्तरी ध्रुव तक पहुँचा था।
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मंगल
- यह क्यूरियोसिटी रोबोटिक आर्म के आखिर में मौजूद पर्क्यूशन ड्रिल है। यह 27 जनवरी, 2013 को चट्टान की सतह से संपर्क बना रही थी।
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हेला प्लैनिटिया, 2008 - इस तस्वीर में पूर्वी हेलास प्लैनिटिया में एक पहाड़ का परिप्रेक्ष्य दृश्य (पर्सपेक्टिव व्यू) दिखाया गया है। यहाँ चट्टानी मलबे के नीचे छिपे बड़े ग्लेशियरों को खोजा गया था।
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हेला प्लैनिटिया, 2008 - इस तस्वीर में भी पूर्वी हेलास प्लैनिटिया में एक पहाड़ का अलग परिप्रेक्ष्य दृश्य (पर्सपेक्टिव व्यू) दिखाया गया है, जहाँ चट्टानी मलबे के नीचे छिपे बड़े ग्लेशियर्स को खोजा गया था।
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माउंड, 2017
- ऐसा लगता है कि इस माउंड (टीले) ने रेत की ढलानों का रास्ता रोक दिया है, जब वे दक्षिण की ओर बढ़ रहे थे (इस तस्वीर के दाईं ओर)।
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क्लिफ, 2017 - इस तस्वीर को नासा के मार्स रिकोनिसेंस ऑर्बिटर ने खींचा था। इसमें एक दिलचस्प ऊबड़-खाबड़ चट्टान का किनारा नज़र आ रहा है।
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दक्षिणी गोलार्ध, 2017 - इस तस्वीर में, एक गहरी गोलाकार फॉर्मेशन के बगल में कार्बन डाइऑक्साइड की बर्फ के चमकदार बचे हुए हिस्सों में उथले गड्ढे दिख रहे हैं। यह बर्फ और धूल को पेनेट्रेट कर रहे हैं। यह इम्पैक्ट क्रेटर या कोलैप्स पिट हो सकते हैं।
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मंगल, 2016 - धरती पर नासा के हबल स्पेस टेलीस्कोप से मंगल ग्रह की तस्वीर।
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निली फॉस्से, 2016 - इसिडिस प्लैनिटिया इम्पैक्ट बेसिन के उत्तर-पश्चिमी रिम पर स्थित, निली फॉस्से मंगल के सबसे रंगीन इलाकों में से एक है।
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शानदार नज़ारा, 2015 - अर्धचंद्र (क्रेसेंट मून) और शुक्र व मंगल ग्रह के साथ उड़ता हुआ एक विमान।
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आउटक्रॉप, 2004
- यह तस्वीर ऑपर्च्युनिटी रोवर से ली गई थी। इस तस्वीर में चट्टान की एक रहस्यमयी संरचना नज़र आ रही है।
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पाला, 2015 - यह तस्वीर नासा के मार्स रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर ने खींची थी, जिसमें मंगल की सतह पर पाला पड़ते हुए देखा जा सकता है।
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चट्टानी संरचना, 2014
- इस समान रूप से परतदार चट्टानी संरचना में झील-तल तलछटी जमाव का एक ख़ास पैटर्न देखा जा सकता है, जिससे पता चलता है कि कभी इस गड्ढे में एक झील थी।
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कंबरलैंड, 2014 - क्यूरियोसिटी रोवर ने कंबरलैंड नाम की इस चट्टान में छेद किया था।
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मास्ट कैमरा, 2012 - यह अल्फ़ा पार्टिकल एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर है, आप इसके पीछे मंगल ग्रह देख सकते हैं।
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केप वर्डे, 2006 - विक्टोरिया क्रेटर के किनारे पर केप वर्डे नामक अग्रभूमि में चट्टानी संरचनाएँ देखी जा सकती हैं। चट्टानों का नाम फर्डिनेंड मैगलन के सम्मान में देश के नाम पर रखा गया था, जो अपनी विश्व यात्रा के दौरान केप वर्डे गए थे।
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बाथर्स्ट इनलेट, 2012 - यह बाथर्स्ट इनलेट का ऊपरी हिस्सा है। यह एक चट्टान है, जो गेल क्रेटर में एओलिस पालस की सतह पर मौजूद है।
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न्यूटन क्रेटर, 2011 - यह वॉटर फ्लो वसंत और गर्मियों में न्यूटन क्रेटर के अंदर ढलान पर दिखाई देते हैं।
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शीपबेड, 2013 - यह शीपबेड का एक बाहरी हिस्सा है, जो गेल क्रेटर के अंदर येलोनाइफ़ खाड़ी क्षेत्र में मडस्टोन डिपॉजिट है।
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मार्क्वेट आइलेंड, 2010 - मार्क्वेट आइलेंड एक बास्केटबॉल के आकार की चट्टान है। इसकी बनावट से पता चलता है कि यह मंगल ग्रह की सतह के अंदर से आई है।
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बेकरेल क्रेटर, 2008 - बेकरेल क्रेटर में यह तलछटी चट्टान का पैटर्न बताता है कि यह रिदमिक बेडिंग हो सकती है।
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फ़ीनिक्स, 2008 - इस तस्वीर में नासा के फीनिक्स लैंडर को मंगल ग्रह की सतह पर उतरते समय अपने पैराशूट से लटकते हुए देखा जा सकता है।
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वैलेस मैरिनेरिस, 2006 - वैलेस मैरिनेरिस मंगल ग्रह का ग्रांड कैन्यन है।
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रेउल वालिस, 2004 - रेउल वालिस शायद पानी से बना था। इस घाटी का नाम गेलिक भाषा में रखा गया है, जिसका अर्थ ग्रह होता है।
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एचस चस्मा, 2008 - यह मंगल ग्रह के सबसे बड़े जल स्रोत इलाकों में से एक एचस चस्मा की एरियल व्यू में खींची गई तस्वीर है।
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स्लीपी हॉलो, 2004
- मंगल ग्रह के इस पैनोरेमिक व्यू में एक गोलाकार स्थलाकृतिक दृश्य (टोपोग्राफ़िक व्यू) नज़र आ रहा है। इसे स्लीपी हॉलो कहा जाता है, जो गुसेव क्रेटर में पाया जाता है।
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मार्स पाथफाइंडर, 1997 - इस तस्वीर में नासा के मार्स पाथफाइंडर अंतरिक्ष यान को 1997 में ग्रह के इलाके की खोज करते हुए दिखाया गया है।
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एचस चस्मा, 2008 - रिसर्चर्स का मानना है कि कभी इन 4000 मीटर ऊंची चट्टानों से घाटी के तल तक झरने गिरे होंगे। घाटी के तल की चिकनाई से पता चलता है कि यह बाद में बेसाल्टिक लावा से भर गया था।
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फ़ीनिक्स, 2008 - यह फीनिक्स लैंडर के मंगल ग्रह पर उतरने की एक कल्पना मात्र है। सुंदर है ना..
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Mars, 1997
- मंगल ग्रह की यह हैरतअंगेज़ तस्वीर तब ली गई थी, जब यह पृथ्वी से लगभग 100 मिलियन किमी (60 मिलियन मील) दूर था। यह भी देखें: Mission to Mars: every successful landing on the red planet
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मंगल ग्रह की ऐसी शानदार तस्वीरें, जो आपको मंत्रमुग्ध कर देंगी
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माउंट शार्प, 2012
- इस तस्वीर में मंगल ग्रह का बेस, माउंट शार्प दिखाया गया है। इसे आधिकारिक रूप से एओलिस मॉन्स कहा जाता है। यह घाटी तल से 5.5 किमी (3.4 मील) ऊँचा है।
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ओफिर चस्मा, 2015 - मंगल की एक घाटी का शानदार नज़ारा। यह इस ग्रह के वास्ट कैनयन सिस्टम के उत्तरी हिस्से पर मौजूद है।
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नीली पटेरा, 2014
- नीली पटेरा एक प्राचीन ज्वालामुखी की साइट पर, इसके एक लावा-बेड के सबसे ऊपरी हिस्से में मौजूद है। नीली पटेरा मंगल ग्रह पर सबसे सक्रिय ड्यून फील्ड्स में से एक है।
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गुलिज़, 2017
- यह चिपचिपी, लोबेट फ्लो मंगल ग्रह के मध्य अक्षांशों में पाई जाती हैं। यह टेरेस्ट्रियल मोरेन से काफ़ी मिलती जुलती हैं। इससे पता चलता है कि यहाँ पर काफ़ी बर्फ़ है या पहले यहाँ काफ़ी बर्फ़ रही होगी
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येलोनाइफ़ खाड़ी, 2013
- इस इलाके का नाम येलोनाइफ़ खाड़ी है। इसके खुरदरे गोलाकार फ़ीचर्स को कॉन्क्रीशन (ज्वालामुखी, सल्फर या अन्य रासायनिक तत्व) कहा जाता है। यानि, यह तलछट में छिद्रों के माध्यम से रिसने वाले पानी से बने थे।
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क्रेटर, 2014 - मंगल ग्रह पर एक इम्पेक्ट क्रेटर की इस तस्वीर को एक ऑर्बिटर से खींचा गया था।
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लिंक, 2012
- इस चट्टानी टुकड़े को लिंक कहा जाता है। इसमें गोल ग्रेव फ्रेग्मेंट या क्लास्ट होते हैं, जिनका आकार कुछ सेंटीमीटर तक हो सकता है।
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रेत के टीले, 2014 - ये मंगल ग्रह के सबसे उत्तरी रेत के टीले हैं। यह एक मौसमी कार्बन डाइऑक्साइड (शुष्क) बर्फ के शीतकालीन आवरण (विंटर कवर) से बनते हैं।
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एसिडेलिया प्लैनिटिया, 2015 - इस मैदान को मशहूर नॉवेल और फिल्म 'द मार्टियन' में एरेस 3 नामक एक क्रू मिशन के काल्पनिक लैंडिंग स्थल के रूप में दर्शाया गया था।
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हेलस प्लैनिटिया, 2011 - हेलस प्लैनिटिया बेसिन पर चैनल्स 1 से 10 मीटर तक चौड़े है।
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नोक्टिस लेबिरिंथस, 2013
- यह इलाका वल्लेस मैरिनेरिस के ऊपरी इलाकों में थारिस पर्वत पर स्थित है। यह खड़ी दीवारों वाली घाटियों की भूलभुलैया के लिए मशहूर है।
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गेल क्रेटर, 2013 - यह अंदाज़न 3.5 से 3.8 अरब साल पुराना है। एओलिस चतुर्भुज के उत्तर-पश्चिमी भाग के पास मौजूद यह क्रेटर (गड्ढा) शायद एक सूखी झील भी है।
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क्यूरियोसिटी, 2013
- गेल क्रेटर पर खोज करने के लिए एक कार के आकार का रोवर डिज़ाइन किया गया था। इस तस्वीर में आप इसे निचले दाएं कोने के पास एक नीले बिंदु के रूप में देख सकते हैं।
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गेल क्रेटर, 2012 - इस तस्वीर में गेल क्रेटर की दीवार का एक हिस्सा दिखाया गया है। माना जाता है कि पानी के कटाव से बनी घाटियों का एक नेटवर्क बाहर से क्रेटर में प्रवेश करता है।
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शेलर, 2013 - इस चट्टानी संरचना को शेलर कहा जाता है।
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खाइयाँ, 2008 - फीनिक्स लैंडर की रोबोटिक आर्म ने इन दोनों खाइयों को खोदा था।
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विक्टोरिया क्रेटर, 2006
- यह इम्पेक्ट क्रेटर लगभग 730 मीटर चौड़ा है और मेरिडियानी प्लैनम मैदान में स्थित है। इसका नाम फर्डिनेंड मैगलन के एक पानी के जहाज़ के नाम पर रखा गया है। यह पाँच जहाज़ थे, जिन्होने सबसे पहले दुनिया का चक्कर लगाया था।
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उल्कापिंड, 2005 - नासा के मार्स एक्सप्लोरेशन रोवर अपॉर्चुनिटी ने इस लोह उल्कापिंड (आयरन मीटियोरॉइड) की तस्वीर खींची थी।
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कोलंबिया हिल्स, 2004
- इस तस्वीर में कोलंबिया हिल्स, गुसेव क्रेटर के अंदर निचली पहाड़ियों की एक श्रृंखला को देखा जा सकता है।
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पानी, 2015
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गार्नी क्रेटर, 2015 - गार्नी क्रेटर की दीवारों से निकलने वाली इन अंधेरी, पतली धारियों को आवर्ती ढलान रेखा (रीकरिंग स्लोप लिनीए) कहा जाता है।
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सर्कुलर डिप्रेशन, 2015 - मंगल की सतह पर मौजूद इस गोलाकार गड्ढे को फरवरी 2015 में नासा के मार्स रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर ने कैप्चर किया था।
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रंगीन, 2008
- 25 मई, 2008 को फीनिक्स मार्स लैंडर अंतरिक्ष यान सफलतापूर्वक मंगल की सतह पर उतरा। उसके बाद कई रंगीन तस्वीरें ली गईं। यह तस्वीर जो आप देख रहे हैं, यह उन्हीं तस्वीरों में से एक है। यह पहली बार था जब कोई अंतरिक्ष यान मंगल के उत्तरी ध्रुव तक पहुँचा था।
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मंगल
- यह क्यूरियोसिटी रोबोटिक आर्म के आखिर में मौजूद पर्क्यूशन ड्रिल है। यह 27 जनवरी, 2013 को चट्टान की सतह से संपर्क बना रही थी।
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हेला प्लैनिटिया, 2008 - इस तस्वीर में पूर्वी हेलास प्लैनिटिया में एक पहाड़ का परिप्रेक्ष्य दृश्य (पर्सपेक्टिव व्यू) दिखाया गया है। यहाँ चट्टानी मलबे के नीचे छिपे बड़े ग्लेशियरों को खोजा गया था।
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हेला प्लैनिटिया, 2008 - इस तस्वीर में भी पूर्वी हेलास प्लैनिटिया में एक पहाड़ का अलग परिप्रेक्ष्य दृश्य (पर्सपेक्टिव व्यू) दिखाया गया है, जहाँ चट्टानी मलबे के नीचे छिपे बड़े ग्लेशियर्स को खोजा गया था।
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माउंड, 2017
- ऐसा लगता है कि इस माउंड (टीले) ने रेत की ढलानों का रास्ता रोक दिया है, जब वे दक्षिण की ओर बढ़ रहे थे (इस तस्वीर के दाईं ओर)।
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क्लिफ, 2017 - इस तस्वीर को नासा के मार्स रिकोनिसेंस ऑर्बिटर ने खींचा था। इसमें एक दिलचस्प ऊबड़-खाबड़ चट्टान का किनारा नज़र आ रहा है।
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दक्षिणी गोलार्ध, 2017 - इस तस्वीर में, एक गहरी गोलाकार फॉर्मेशन के बगल में कार्बन डाइऑक्साइड की बर्फ के चमकदार बचे हुए हिस्सों में उथले गड्ढे दिख रहे हैं। यह बर्फ और धूल को पेनेट्रेट कर रहे हैं। यह इम्पैक्ट क्रेटर या कोलैप्स पिट हो सकते हैं।
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मंगल, 2016 - धरती पर नासा के हबल स्पेस टेलीस्कोप से मंगल ग्रह की तस्वीर।
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निली फॉस्से, 2016 - इसिडिस प्लैनिटिया इम्पैक्ट बेसिन के उत्तर-पश्चिमी रिम पर स्थित, निली फॉस्से मंगल के सबसे रंगीन इलाकों में से एक है।
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शानदार नज़ारा, 2015 - अर्धचंद्र (क्रेसेंट मून) और शुक्र व मंगल ग्रह के साथ उड़ता हुआ एक विमान।
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आउटक्रॉप, 2004
- यह तस्वीर ऑपर्च्युनिटी रोवर से ली गई थी। इस तस्वीर में चट्टान की एक रहस्यमयी संरचना नज़र आ रही है।
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पाला, 2015 - यह तस्वीर नासा के मार्स रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर ने खींची थी, जिसमें मंगल की सतह पर पाला पड़ते हुए देखा जा सकता है।
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चट्टानी संरचना, 2014
- इस समान रूप से परतदार चट्टानी संरचना में झील-तल तलछटी जमाव का एक ख़ास पैटर्न देखा जा सकता है, जिससे पता चलता है कि कभी इस गड्ढे में एक झील थी।
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कंबरलैंड, 2014 - क्यूरियोसिटी रोवर ने कंबरलैंड नाम की इस चट्टान में छेद किया था।
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मास्ट कैमरा, 2012 - यह अल्फ़ा पार्टिकल एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर है, आप इसके पीछे मंगल ग्रह देख सकते हैं।
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केप वर्डे, 2006 - विक्टोरिया क्रेटर के किनारे पर केप वर्डे नामक अग्रभूमि में चट्टानी संरचनाएँ देखी जा सकती हैं। चट्टानों का नाम फर्डिनेंड मैगलन के सम्मान में देश के नाम पर रखा गया था, जो अपनी विश्व यात्रा के दौरान केप वर्डे गए थे।
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बाथर्स्ट इनलेट, 2012 - यह बाथर्स्ट इनलेट का ऊपरी हिस्सा है। यह एक चट्टान है, जो गेल क्रेटर में एओलिस पालस की सतह पर मौजूद है।
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न्यूटन क्रेटर, 2011 - यह वॉटर फ्लो वसंत और गर्मियों में न्यूटन क्रेटर के अंदर ढलान पर दिखाई देते हैं।
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शीपबेड, 2013 - यह शीपबेड का एक बाहरी हिस्सा है, जो गेल क्रेटर के अंदर येलोनाइफ़ खाड़ी क्षेत्र में मडस्टोन डिपॉजिट है।
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मार्क्वेट आइलेंड, 2010 - मार्क्वेट आइलेंड एक बास्केटबॉल के आकार की चट्टान है। इसकी बनावट से पता चलता है कि यह मंगल ग्रह की सतह के अंदर से आई है।
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बेकरेल क्रेटर, 2008 - बेकरेल क्रेटर में यह तलछटी चट्टान का पैटर्न बताता है कि यह रिदमिक बेडिंग हो सकती है।
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फ़ीनिक्स, 2008 - इस तस्वीर में नासा के फीनिक्स लैंडर को मंगल ग्रह की सतह पर उतरते समय अपने पैराशूट से लटकते हुए देखा जा सकता है।
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वैलेस मैरिनेरिस, 2006 - वैलेस मैरिनेरिस मंगल ग्रह का ग्रांड कैन्यन है।
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रेउल वालिस, 2004 - रेउल वालिस शायद पानी से बना था। इस घाटी का नाम गेलिक भाषा में रखा गया है, जिसका अर्थ ग्रह होता है।
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एचस चस्मा, 2008 - यह मंगल ग्रह के सबसे बड़े जल स्रोत इलाकों में से एक एचस चस्मा की एरियल व्यू में खींची गई तस्वीर है।
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स्लीपी हॉलो, 2004
- मंगल ग्रह के इस पैनोरेमिक व्यू में एक गोलाकार स्थलाकृतिक दृश्य (टोपोग्राफ़िक व्यू) नज़र आ रहा है। इसे स्लीपी हॉलो कहा जाता है, जो गुसेव क्रेटर में पाया जाता है।
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मार्स पाथफाइंडर, 1997 - इस तस्वीर में नासा के मार्स पाथफाइंडर अंतरिक्ष यान को 1997 में ग्रह के इलाके की खोज करते हुए दिखाया गया है।
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एचस चस्मा, 2008 - रिसर्चर्स का मानना है कि कभी इन 4000 मीटर ऊंची चट्टानों से घाटी के तल तक झरने गिरे होंगे। घाटी के तल की चिकनाई से पता चलता है कि यह बाद में बेसाल्टिक लावा से भर गया था।
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फ़ीनिक्स, 2008 - यह फीनिक्स लैंडर के मंगल ग्रह पर उतरने की एक कल्पना मात्र है। सुंदर है ना..
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Mars, 1997
- मंगल ग्रह की यह हैरतअंगेज़ तस्वीर तब ली गई थी, जब यह पृथ्वी से लगभग 100 मिलियन किमी (60 मिलियन मील) दूर था। यह भी देखें: Mission to Mars: every successful landing on the red planet
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मंगल ग्रह की ऐसी शानदार तस्वीरें, जो आपको मंत्रमुग्ध कर देंगी
हमारा सुंदर पड़ोगी ग्रह
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