See Also
See Again
कैसा होगा हमारे बच्चों का भविष्य?
हमारी आने वाली नस्लों को किन मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा?
© Shutterstock
एक बच्चे की ज़िंदगी का सफ़र उसी वक़्त शुरू हो जाता है जब वह पैदा होता है। आठ साल की उम्र से पहले एक बच्चे का शारीरिक, मानसिक और मनोवैज्ञानिक विकास उसकी आने वाली ज़िन्दगी की नींव रख देती है। हालांकि, दुनिया भर में लाखों बच्चों को उनके जीवन के इन ख़ास सालों के दौरान बुनियादी देखभाल तक भी नहीं मिल पाती है। इस तरह बच्चों को नज़र-अंदाज़ करने का नतीजा अच्छा नहीं होता है। सपोर्ट और प्यार की कमी बच्चे का भविष्य शुरू होने से पहले ही उसे गर्त में डाल सकती है। इसलिए माता-पिता को बच्चों के साथ वक़्त बिताना चाहिए, ताकि बच्चों का अच्छे से विकास हो सके। इसके अलावा, किसी बच्चे को बड़े होने के लिए एक सुरक्षित और ख़ुशहाल माहौल देने की ज़िम्मेदारी समाज की भी उतनी ही है जितनी उसके माता- पिता की है।
चिंता की बात यह है कि बच्चों को नज़र-अंदाज़ किये जाने की कुछ वजहों, जैसे कि ग़रीबी और क्लाइमेट चेंज, पर बहुत कम ध्यान दिया जा रहा है। ऐसे में, हमारे बच्चों का भविष्य कैसा होगा और हम इसे कैसे बेहतर और उज्जवल बना सकते हैं?
आने वाली पीढ़ी के डर और आशाओं से रू-ब-रू होने के लिए क्लिक करें।
RECOMMENDED FOR YOU
MOST READ
- Last Hour
- Last Day
- Last Week