ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग के मामले में शायद फ़्रांस कहीं नज़र नहीं आता है, लेकिन इस देश की ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के योगदान को नज़र-अंदाज़ करना मुश्किल है। सिट्रोएन, रेनॉल्ट और प्यूज़ो जैसे ब्रांड अपने कारों के लिए दुनिया भर में जाने जाते हैं। क्या आप जानते हैं कि आजकल की सबसे महंगी और शानदार कारों में से एक फ़्रांस निर्मित है?
और जानना चाहते हैं? ड्राइविंग सीट पर बैठिए और फ़्रांस में बनी शानदार कारों की इस लिस्ट के सफ़र पर निकल पड़िए।
यह दुनिया के सबसे महँगे और शानदार कार ब्रांड्स में से एक है। 1920 और 30 के दशक में यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में ग्रैंड प्रिक्स में ज़बरदस्त सफ़लता हासिल कर बुगाटी आइकोनिक टाइप 35 ने रेसिंग में अपना नाम दर्ज़ करा लिया था। हाई परफॉरमेंस वाली बुगाटी पहले एक जर्मन, फिर फ़्रेंच मैन्युफैक्चरिंग ऑटोमोबाइल कंपनी बनी थी। बुगाटी रोयाल टाइप 41 इसके सबसे मशहूर मॉडल्स में से एक थी। इसे 1927 से 1933 तक बनाया गया था, यह उस समय दुनिया की सबसे बड़ी कारों में से एक थी।
बुगाटी टाइप 57एससी अटलांटिक इसका एक और ख़ूबसूरत मॉडल था। इसे 1934 से 1940 तक बनाया गया था। यह एक टूरिंग कार थी।
आज के दौर में बुगाटी स्टेटस सिंबल बन चुका है। इसकी टू-सीटर स्पोर्ट्स कार बुगाटी शिरॉन, 8-लीटर टर्बोचार्ज्ड इंजन से लैस है। यह 2.4 सेकंड में 0-100 किमी/ घंटा (0-62 मील प्रति घंटे) की रफ्तार पकड़ सकती है। इसकी अधिकतम रफ़्तार 420 किमी/घंटा (261 मील प्रति घंटे) है। इसे घर लाने के लिए आपको 3 मिलियन अमेरिकी डॉलर खर्च करने पड़ेंगे।
प्यूज़ो फ़्रांस की सबसे पुरानी कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है। इसे 1810 में एक फैमिली बिजनस की तरह शुरू किया गया था (हालाँकि 1889 तक इसकी कोई कार मार्केट में नहीं आई थी)। इसका नाम दुनिया की सबसे मशहूर व्हीकल-सीरीज में शुमार है। इसका एक मॉडल बहुत मशहूर हुआ था, जिसका नाम है 402 एक्लिप्स। इसके अनोखे फ़ीचर्स में रीट्रैक्टेबल हार्ड टॉप मैकेनिज़्म और इसकी स्टील की रूफटॉप शामिल थे। इसकी रूफटॉप को मोड़ कर डिक्की में रखा जा सकता था।
यह कार अपने दमदार डेको-इंस्पायर्ड स्टाइल की वजह से काफ़ी मशहूर हुई। इस कार को अनोख़े तरीके से रेडिएटर ग्रिल के पीछे हेडलाइट्स लगाने की वजह से भी काफ़ी सराहा गया था। यह 1935 में मार्केट में आई थी और 1940 के दशक की शुरुआत तक इसकी धूम रही थी। इस कार की बदौलत, प्यूज़ो की फ़्यूचरिस्टिक स्टाइल वाली कारों ने बाज़ार में अपनी पकड़ बनाई।
प्यूज़ो ने 404 को 1960 में एक पारिवारिक कार के तौर पर बाज़ार में उतारा था। हालांकि, 1961 में आई टॉप लेस प्यूज़ो 404 कैब्रियोले जवान और फैशनेबल पीढ़ी के बीच भी काफ़ी लोकप्रिय हुई। प्यूज़ो ख़रीदना एक ट्रेंड बन चुका था।
1983 में लॉन्च हुई प्यूज़ो 205 मार्केट में आते ही जवान पीढ़ी के दिलों की धड़कन बन गई। फिर 205 जीटीआई के 1.6 और 1.9-लीटर मॉडल भी मार्केट में आए। तो आपके सामने हाज़िर है 205 की रैल्ये, जिसे देखकर आपका दिल ख़ुश हो जाएगा।
2009 के फ्रैंकफ़र्ट ऑटो शो में प्रदर्शित हुई आरसीजेड आर ने खूब तारीफ़ें बटोरी थीं। ‘डीज़ल कार मैगज़ीन’ ने इसके बारे में लिखा था कि यह एक आकर्षक डिज़ाइन वाली स्पोर्ट्स कार है और इसका फ़िनिशिंग टच काफ़ी शानदार है।
1934 में आई ट्रैक्शन एवांत दुनिया की पहली बड़े स्केल पर निर्मित फ्रंट-व्हील ड्राइव कार थी। फ़्रेंच में ट्रैक्शन एवांत का अर्थ "फ्रंट-व्हील ड्राइव" होता है। यह अब तक बनी सबसे प्रभावशाली कारों में से एक है। इसके नवाचार और इसकी कंटेम्पररी गतिशीलता ने मॉडर्न फॅमिली कार के लिए एक पैमाना तय कर दिया था।
1948 में पेरिस में लॉंच होती ही ड्यूक्स शेवॉ ने जनता का दिल जीत लिया था। यह कार चलाने में आसान थी और इसको ज़्यादा रख-रखाव की भी ज़रूरत नहीं थी, जिस वजह से यह ख़ूबसूरत कार एक भरोसेमंद कार बन गई। यही वजह रही कि 1990 में कार का उत्पादन बंद होने तक लाखों 2सीवी बेची जा चुकी थीं।
अपनी एरोडायनामिक्स लाइंस, एलीगेंट डिज़ाइन, टियरड्रॉप शेप और पहले कभी न देखे गए हाइड्रोलिक सस्पेंशन के साथ, 1955 में लॉन्च हुई सिट्रोएन डीएस ने बाज़ार में सनसनी मचा दी थी। 1975 में इसका उत्पादन बंद होने से पहले, इसे एक जेनरेशन की तीन सीरीज़ में मार्केट में उतारा गया था। सिट्रोएन डीएस को आज की तारीख़ में सबसे ज्यादा कलेक्ट किया जाता है।
क्या आपको पता है, एक वक़्त पर सिट्रोएन मसेराटी की मालिक कंपनी थी। इसी वजह से, सिट्रोएन एसएम कूपे में मसेराटी वी6 की हुड लगी होती है। हालाँकि, 1975 में सिट्रोएन ने अपनी मसेराटी बनाना बंद कर दी थी, लेकिन एसएम आज भी कार कलेक्टर्स की पसंदीदा कारों में से एक है।
मशहूर डीएस मॉडल की लीगेसी को बढाते हुए 2010 में सिट्रोएन ने डीएस3 को लांच किया। हालाँकि, यह उस सीरीज की कारों से ज्यादा मिलती-जुलती नहीं थी। इसके बावजूद, डीएस3 ने यूके की ‘टॉप गियर’ और ‘व्हाट कार’ जैसी मैगज़ीनों से खूब तारीफें बटोरी थीं। इस कार की दूसरी पीढ़ी को डीएस3 क्रॉसबैक के नाम से जाना जाता है।
2014 में आई सिट्रोएन सी4 कैक्टस अभी भी ब्राज़ील में निर्मित होती है। कार के फ़्लैंक पर लगे एयरबम्प पैनल्स को इसकी ख़ूबी माना जाता है। इन्हें पार्किंग एरिया में कार को ख़राब होने से बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
रेनॉल्ट डूफिन बनाकर फ़्रेंच ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री ने वीडब्ल्यू बीटल को क़रारा जवाब दिया था। 1956 आते-आते यह यूरोपियन कार के फ्रंटलाइन के रूप में सिट्रोएन 2सीवी, मॉरिस माइनर, मिनी और फिएट 600 के साथ फ़ेमस "बग" में शामिल हो चुकी थी।
अस्ल में, रेनॉल्ट डूफिन से पहले रेनॉल्ट 4सीवी आई थी। 1947 से 1961 के दौरान चली चार-दरवाज़ों वाली इस कार को इकोनॉमी रनअराउंड के लिए काफ़ी पसंद किया गया था। यह पहली फ़्रेंच-निर्मित कार थी, जिसे दस लाख़ से भी ज्यादा लोगों ने ख़रीदा था।
रेनॉल्ट की लोकप्रिय स्पोर्ट्स कार, कैरावेल अमेरिकी मार्केट को ध्यान में रखकर बनाई गई थी। 1958 में आई इस कार को शुरुआत में रेनॉल्ट फ्लोराइड के नाम से जाना जाता था। यह 1968 तक मार्केट में टिकी रही और इस ज़िप्पी कन्वर्टिबल कार को आख़िर तक कैरावेल के रूप में पहचाना जाता रहा।
रेनॉल्ट की ही एक फ़्रेंच मैन्युफैक्चरिंग कंपनी अल्पाइन ने 1984 और 1995 के बीच जीटीए यानि ग्रैंड टूरिज्म अल्पाइन को बनाया था। यह तेज़ और रियर-इंजन वाली V6 कार उस वक़्त के लिहाज़ से काफ़ी आगे की सोच थी। अल्पाइन (आगे, इस गैलरी में) कोई नामचीन ब्रांड नहीं था, इसलिए 1991 में जीटीए के बंद किए जाने के बाद ये धीरे-धीरे लोगों के दिमाग से निकल गई।
1990 में लॉन्च होने के बाद से अपनी पाँचवी जेनरेशन में आ जाने के बावजूद रेनॉल्ट क्लियो लगातार यूरोप की सबसे अधिक बिकने वाली कारों में से एक बनी हुई है। 2001 में क्लियो सीरीज को उस समय काफ़ी बूस्ट मिला, जब स्पोर्ट V6 को कॉम्पिटिशन में उतारा गया।
रेनॉल्ट की हैचबैक सीरीज़ की सारी खूबियों से लैस मेगन ई-टेक इलेक्ट्रिक रेनॉल्ट की मज़बूती का एक नमूना है। बैटरी पावर से चलने वाली इस कार को 2022 में लॉन्च किया गया था। इस कार में बैटरी इस तरह रखी गई हैं कि बैठने वालों को टायर का शोर सुनाई नहीं देता है। आसान भाषा में कहें तो यह एक साइलेंट कार है।
1985 में लॉन्च होने के साथ ही एस्पेस ने इससे पहले लॉन्च हुई मिनीवैन या एमपीवी को भी पीछे छोड़ दिया था। छठी जेनरेशन के बाद, इस स्पेशियस और तेज़ कार को ‘एस्पास वी’ के नाम से जाना जाने लगा है। इसमें क्रॉसओवर एसयूवी की सुविधाएँ भी दी गई हैं। मतलब, अब यह मॉडल और भी बड़ा और बेहतर हो चुका है।
रेनॉल्ट की सुपरमिनी-क्लास ज़ोए आज की तारीख़ में फ़्रेंच मार्केट में सबसे अधिक बिकने वाली ऑल-इलेक्ट्रिक कार है। यह लगातार दो सालों, 2015 और 2016, तक यूरोप में सबसे ज्यादा बिकने वाली ऑल-इलेक्ट्रिक कार थी।
फ़्रेंच कार निर्माता ऑटोमोबाइल्स अल्पाइन, जिसे आमतौर पर अल्पाइन के नाम से जाना जाता है, 1955 में स्थापित की गई थी। अल्पाइन रेनॉल्ट की सब्सिडरी कंपनी है, हालाँकि इसकी कारें अपना अलग ब्रांड पेश करती हैं। अल्पाइन की पहली कार, A106 एक रियर-इंजन वाली दो दरवाजे वाली कार थी।
अल्पाइन ने अपनी शुरूआत स्पोर्ट्स कारों के साथ की थी, जैसे कि A110 बर्लिनेट, जो एक सफ़ल रैली कार के रूप में मशहूर हुई थी।
2017 में आई रेनॉल्ट अल्पाइन विज़न को अल्पाइन ब्रांड को दोबारा लॉन्च करने का श्रेय दिया जाता है। यह एक स्टाइलिश टू-सीटर कूपे है, जिसका डिज़ाइन प्रसिद्ध मॉडल A110 पर आधारित है।
ऐक्स-ले-बां में स्थित ऐक्सम फ़्रांस के कम-मशहूर कार निर्माताओं में से एक है। 1983 में स्थापित हुई यह कंपनी माइक्रो कार (जैसे कि ऐक्सम सिटी जीटीओ) बनाने में माहिर है, जिन्हें फ़्रांस की व्यस्त सड़कों पर चलने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
डीएस ऑटोमोबाइल्स की मालिक सिट्रोएन है। डीएस लक्जरी-प्रीमियम सेगमेंट में काम करती है। इंडिपेंडेंट डीएस मार्क़ को 2014 में बनाया गया था। इसके मौजूदा मॉडलों में डीएस9 भी शामिल है। डीएस9 की मार्केटिंग एक फॉर्मल एक्सेक्यूटिव ऑटोमोबाइल की तरह की जाती है।
डीएस ऑटोमोबाइल्स की मेनस्ट्रीम इमेज पर मत जाइए। कभी-कभी इसके डिजाइनरों को लेफ़्ट- फ़ील्ड आइडियाज़ और कॉन्सेप्ट कार्स, जैसे कि अल्ट्रा कूल-लुकिंग डीएस ई-टेंस, का इस्तेमाल करने की खुली छूट दी जाती है। डीएस ई-टेंस के रिवाइज्ड मॉडल, ई-टेंस परफॉर्मेंस को 2022 पेरिस मोटर शो में पहली बार प्रदर्शित किया गया था।
पीजीओ ऑटोमोबाइल्स की स्थापना 1985 में हुई थी और यह जो सेंट-क्रिस्टोल-लेज़-ऐलेस में स्थित है। यह एक्सक्लूसिव स्पोर्ट्स कारों की मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है। पहली नज़र में विंटेज पोर्शे जैसी दिखने वाली पीजीओ सेवन्स की अधिकतम रफ़्तार 215 किमी/प्रति घंटा (134 मील प्रति घंटे) है।
पीजीओ ऑटोमोबाइल्स की पीजीओ रोडस्टर को देखकर आप पहली नज़र में धोखा खा सकते हैं और इसे पोर्शे 356 समझ सकते हैं। हालांकि, रोडस्टर मिलना क़िस्मत की बात है। सेवन्स के आधार पर, ऐसी केवल 10 कारें बनाई गई थीं।
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ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग के मामले में शायद फ़्रांस कहीं नज़र नहीं आता है, लेकिन इस देश की ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के योगदान को नज़र-अंदाज़ करना मुश्किल है। सिट्रोएन, रेनॉल्ट और प्यूज़ो जैसे ब्रांड अपने कारों के लिए दुनिया भर में जाने जाते हैं। क्या आप जानते हैं कि आजकल की सबसे महंगी और शानदार कारों में से एक फ़्रांस निर्मित है?
और जानना चाहते हैं? ड्राइविंग सीट पर बैठिए और फ़्रांस में बनी शानदार कारों की इस लिस्ट के सफ़र पर निकल पड़िए।