इमोशनल अफेयर दो लोगों के बीच का ऐसा रिश्ता है जिसमें पार्टनर्स इमोशनल रूप से करीब होते हैं, लेकिन रोमांटिक रिलेशनशिप वाली इन्टीमेसी शेयर नहीं करते। कई वजहों से वर्कप्लेस ऐसी जगहों पर ऐसी रिलेशनशिप डेवलप कर लेना काफ़ी नॉर्मल हो चला है। इमोशनल अफेयर को इमोशनल चीटिंग भी माना जाता है, पर ऐसा है क्या?
इस गैलरी में हम देखेंगे इमोशनल अफेयर होता क्या है,और इसके स्टेज क्या होते हैं? क्या आप ऐसे किसी रिश्ते में हैं (या कभी थे), जानने के लिए क्लिक करें।
इमोशनल अफेयर में लोग इमोशनल इन्टीमेसी शेयर करते हैं, जो अक्सर रोमांटिक रिलेशन की पहचान होती है। हालांकि, इसमें फ़िजिकल इन्टीमेसी शामिल नहीं होती है।
अक्सर मासूमियत से शुरू हुआ इमोशनल अफेयर वक़्त के साथ बढ़ता चला जाता है। आइए जानते हैं किन-किन चरणों से होकर गुज़रता है ये रिश्ता।
इमोशनल अफेयर की शुरुआत आमतौर पर साधारण दोस्ती के साथ होती है। यह ऑफिस में हो सकता है, या किसी दोस्त के दोस्त के साथ, या बचपन के किसी दोस्त के साथ।
आप एक-दूसरे से गपशप करते हैं, कभी कॉफी के लिए मिलते हैं, आप-दोनों के बीच बातचीत नैचुरली फ्लो होती रहती है।
यह इंसान आपका एक दोस्त बन जाता है। फ़िर, सोशल मीडिया पर एक-दूसरे को फॉलो करना शुरू कर देते हैं, फ़िर मैसेजिंग, और देखते ही देखते आप एक-दूसरे की ज़िंदगी में शामिल हो जाते हैं।
आप को यह लगने लगता है कि यह नया इंसान आपको समझ सकता है, आपके इंटरेस्ट एक जैसे हैं और वह आपको अच्छा महसूस कराता है।
हालाँकि, आप इस इंसान को अपना दोस्त ही मानते होते हैं, लेकिन उसके बारे में सोचते बहुत हैं। ज़ाहिर है, आपको अपने पार्टनर से मिलने वाली तारीफ़ की तुलना में इस दोस्त से ज्यादा सहानुभूति , मान्यता और प्रशंसा मिल रही होती है।
आपका पार्टनर भी जानता है कि यह कौन है। आप उसके बारे में बात करते रहते हैं, शायद वे एक-दूसरे से मिले भी हों। यह अज़ीब तब बन जाता है जब आप अपने पार्टनर की जानकारी के बिना इस नए दोस्त से मिलना-जुलना या जुड़ना शुरू कर देते हैं।
आप-दोनों रोज़ाना टेक्स्ट करते हैं, मिलते हैं, लेकिन आप अपने पार्टनर से इसका जिक्र नहीं करते क्योंकि हो सकता है वे इस चीज़ से कम्फर्टेबल न हो। और कहीं न कहीं, आप जानते हैं कि उनके पास इसकी सही वज़हें हैं।
यह रिश्ता इतना गहराता चला जाता है कि एक वक़्त पर आप इस नए इंसान पर इमोशनली डिपेंडेंट हो जाते हैं। अब, आपके सुख-दुःख का साथी ये नया इंसान है।
इस इंसान के साथ आपकी इमोशनल बॉन्डिंग इतनी मज़बूत हो चुकी होती है कि इसे पूरी तरह अफ़ेयर का नाम दिया जा सकता है। इसमें सिर्फ़ फ़िजिकल इन्टीमेसी का फ़ासला बचा होता है। यह बहुत रिस्की होता है क्योंकि इस लाइन को आसानी से क्रॉस किया जा सकता है।
किसी कमिटेड रिलेशनशिप में रहते हुए कोई क्यूँ ही अपनी पर्सनल जानकारी या परेशानियाँ किसी और के साथ बांटेगा? कुछ वज़हें हैं जो ऐसे रिश्तों की बुनियाद बनती हैं। आइए, कुछ-एक पर नज़र डालें।
जिन लोगों के इमोशनल अफ़ेयर बनते हैं, उनके रोमांटिक रिलेशन में इमोशनल इन्टीमेसी की कमी हो सकती है। यह “दोस्त” उस कमी को पूरी करता है, जो किसी को बेहतर महसूस करवा सकता है।
हम सब कई लोगों से घिरे हुए होते हैं। यहां तक कि बहुत लोग जीवनसाथी होने के बावजूद, अकेलापन महसूस करते हैं। जिन लोगों के भी इमोशनल अफ़ेयर होते हैं, वो कहीं-न- कहीं अलग-थलग और अकेला महसूस कर रहे होते हैं, और इमोशनल अफ़ेयर उनके लिए एक गहरा ह्यूमन कनेक्शन लेकर आता है।
हो सकता है उनके पुराने रिश्ते में दरार पड़ चुकी हो, और जो उन्हें अच्छा महसूस करवाता हो, वो उनकी तरफ़ आकर्षित हो जाते हैं।
इमोशनल अफ़ेयर में होने वाले इसे चीटिंग नहीं मानते, क्योंकि इसमें फ़िजिकल इन्टीमेसी नहीं होती। ये हो सकता है कि इस तरह के रिश्ते में क्या ठीक है और क्या नहीं, इसकी सीमाएं भी उन्होंने ठीक तरीके से डिफाइन न की हों।
इमोशनल अफ़ेयर आख़िरकार इमोशनल चीटिंग ही है। लेकिन यह दिखता कैसा है? यहां कुछ उदाहरण दिए गए हैं जो आपको यह जानने में मदद करेंगे कि कहीं आप भी तो ऐसे किसी रिश्ते में तो नहीं हैं?
सोचिए कि आप ये बातें किसी "दोस्त" से शेयर क्यों कर रहे हैं, अपने रोमांटिक पार्टनर के साथ क्यों नहीं? शायद यह एक इशारा है कि आपके रिलेशनशिप में इमोशनल लेवल पर डिसकनेक्ट है।
अगर आप सिर्फ़ दोस्त हैं तो रिश्ते को अपने पार्टनर से क्यों छुपा रहे हैं? क्योंकि शायद आपका पार्टनर यह समझ लेगा कि आप एक-दूसरे के कितने करीब हैं, और यह दोनों के लिए असहज हो सकता है। आपको अपने पार्टनर से कुछ भी छुपाना नहीं चाहिए, और अगर आप ऐसा कर रहे हैं, तो शायद आप जानते हैं कि आप कुछ ग़लत कर रहे हैं।
शायद आप अपना लंच एक ख़ास वक़्त पर लेते हैं, ताकि आप दोनों एक साथ रह सकें, या आप किसी और क्लासेस में जाना शुरू कर दें क्योंकि आपका नया दोस्त उस क्लास में जाता है। आपको उस इंसान के आस-पास होना अच्छा लगता है इसलिए आप अपने शेड्यूल में लगातार फेर-बदल कर रहे हैं, ताकि इस इंसान के साथ ज्यादा वक़्त गुजारा जा सके।
...और यह नया “दोस्त” आपकी बात सुनता है, और आपको इमोशनल सपोर्ट देता है। क्या आप यह सिग्नल तो नहीं दे रहे कि आप उसके लिए तुरंत उपलब्ध हो जाएँगे?
क्या आप अपने हर एक दोस्त से उसके बारे में कहते हैं कि आप “सिर्फ दोस्त हैं?” क्या आप इस “दोस्त” के बारे में बहुत सोचते हैं? क्या आप इस “दोस्त” के साथ “ऐसा होता तो क्या होता” इमैजिन करते रहते हैं?
हर दिन "गुड मॉर्निंग" के साथ चेक-इन करना आम तौर पर बहुत ही इंटिमेट रिलेशनशिप की पहचान होती है। क्या आप सुबह उठते ही सबसे पहले उसी इंसान के बारे में सोचते हैं?
शायद आप वैसे ही नर्वस हो रहे हैं जैसे अपने पार्टनर के साथ फर्स्ट डेट के पहले हो रहे थे? क्या आप दूसरे दोस्तों से मिलने के वक़्त भी ऐसा ही महसूस करते हैं?
चाहे कुछ भी हो जाए, सबसे पहले आप इसी इंसान के पास जाते हैं। क्या सबसे पहले आपको अपने रोमांटिक पार्टनर के पास नहीं जाना चाहिए?
अगर इनका कॉल या मैसेज नहीं आता है, तो आप डर जाते हैं। आख़िरकार, आप अपना "दोस्त" जो नहीं खोना चाहते।
क्या इस “दोस्त” के साथ आपका कोई सीक्रेट है? हमारा सीक्रेट उन्हीं लोगों के साथ होता है, जिनपर हम भरोसा करते हैं और जिनके साथ हमारी गहरी इमोशनल बॉन्डिंग होती है।
जब आप कॉफ़ी लेने जाते हैं, तो उस इंसान के लिए कुछ मीठा भी खरीद लेते हैं? क्या आप ऐसा अपने सोशल सर्कल में किसी और के लिए भी करते हैं?
क्या आप अपने पार्टनर की तुलना इस इंसान से करते हैं? क्या आप अपने पार्टनर से अंदर-ही-अंदर इस बात पर नाराज़ हैं कि वह आपके "दोस्त" जैसा नहीं है?
यह कहा जा सकता है कि इमोशनल अफ़ेयर एक तरह से चीटिंग ही है। हालाँकि, इसमें फ़िजिकल इन्टीमेसी नहीं होती है, लेकिन इमोशनल इन्टीमेसी काफ़ी ज्यादा होने के वज़ह से यह हो ही सकता है कि आप वो भी कर बैठे जो अब तक नहीं किया है।
इमोशनल अफेयर्स: ये भी चीटिंग है क्या?
क्या आपके साथ भी ऐसा ही है?
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इमोशनल अफेयर दो लोगों के बीच का ऐसा रिश्ता है जिसमें पार्टनर इमोशनल रूप से करीब होते हैं, लेकिन रोमांटिक रिलेशनशिप वाली इन्टीमेसी शेयर नहीं करते। कई वजहों से वर्कप्लेस ऐसी जगहों पर ऐसी रिलेशनशिप डेवलप कर लेना काफ़ी नॉर्मल हो चला है। इमोशनल अफेयर को इमोशनल चीटिंग भी माना जाता है, पर ऐसा है क्या?
इस गैलरी में हम देखेंगे इमोशनल अफेयर होता क्या है,और इसके स्टेज क्या होते हैं? क्या आप ऐसे किसी रिश्ते में हैं (या कभी थे), जानने के लिए क्लिक करें।