हर किसी की पर्सनेलिटी अपने आप में अनोखी होती है। लेकिन, क्या आपको पता है कि हमारी पर्सनेलिटी हमारे बारे में काफ़ी कुछ बताती है। हम जिस तरह टॉयलेट पेपर रोल करते हैं या फिर जिस तरह चलते हैं, इससे हमारी पर्सनेलिटी के बारे में बहुत कुछ पता लग सकता है।
इस गैलरी में हम ऐसी कुछ चीज़ों के बारे में बात करेंगे, जिन्हें हम करते हैं और उनसे हमारे पर्सनेलिटी के बारे में पता चलता है। क्लिक करें और जानें कि कहीं आप में भी तो ये आदतें नहीं हैं।
जी हाँ! आप किस तरह टॉयलेट पेपर को रोल करके लटकाते हैं, इससे आपकी पर्सनेलिटी के बारे में पता चलता है। थैरेपिस्ट गिल्डा कार्ले द्वारा किए गए एक सर्वे के अनुसार, आप चाहें 'अंडरहैंड' स्थिति में टॉयलेट रोल लटकाएँ या 'ओवरहैंड' स्थिति में, दोनों से पता चलता है कि आप दृढ़ व्यक्तित्व के इंसान हैं।
सर्वे के अनुसार 'अंडरहैंड' स्थिति में टॉयलेट रोल लटकाने वाले लोग प्रभावशाली निकलते हैं। जबकि, 'ओवरहैंड' स्थिति में टॉयलेट रोल लटकाने वाले लोगों में अधिक विनम्रता पाई जाती है।
कुछ लोग अपना टॉयलेट पेपर रोल लटकाने की दिशा को लेकर बहुत गंभीर होते हैं। ऐसे लोगों ने सर्वे में स्वीकार किया कि चाहे टॉयलेट रोल किधर भी लटका हो, वे उसकी स्थिति बदल देते हैं।
जूतों को लेकर आपकी पसंद भी आपकी पर्सनेलिटी के बारे में काफ़ी कुछ बताती है। एक अध्ययन में, वॉलंटियर्स से बहुत से लोगों के जूतों की तस्वीरें देखकर उनका मूल्याँकन करने के लिए कहा गया था। जब जूते पहने हुए लोगों के पर्सनेलिटी टेस्ट से मिले नतीजों का उस मूल्याँकन से मिलान किया गया, जो वॉलंटियर ने केवल जूते देखकर किया था, तो वे लगभग सटीक साबित हुए।
तस्वीर देखकर वॉलंटियर्स ने उम्र और कमाई जैसी चीज़ों के बारे में बताया था।
लेकिन इसका क्या मतलब है? जो लोग अधिक आरामदायक फ़ुटवियर पहनते हैं, वह जल्दी ही सहमत हो जाते हैं। जबकि, जो लोग ग़ैर-आरामदायक फ़ुटवियर पहनते हैं, वह बहुत शाँत दिखते हैं।
जो लोग ज़्यादा आक्रामक होते हैं, वे ज़्यादातर 'एंकल बूट्स' पहनना पसंद करते हैं। जिनके पास नए और अच्छे रखरखाव वाले जूते होते हैं, वे लोग थोड़े चिंतित होते हैं या उनका व्यक्तित्व थोड़ा चिपकू प्रवृत्ति का होता है।
अत्यधिक तार्किक और उत्पादक लोग आगे को झुककर तेज़ी से चलते हैं। जो लोग अपने कंधे पीछे कर, छाती आगे की ओर तान कर, सिर उठाकर चलते हैं, उन्हें आमतौर पर बेहतरीन सामाजिक कौशल वाला व्यक्ति माना जाता है। साथ ही उनकी पर्सनेलिटी करिश्माई और दिलचस्प भी होती है।
जो लोग सीधे होकर चलते हैं, यानी अपने वज़न को पैरों पर रखते हैं, आगे-पीछे की ओर नहीं रखते, वह आमतौर पर काम से ज़्यादा लोगों को तरजीह देते हैं। अंतर्मुखी (इंट्रोवर्ट) लोग धीमे-धीमे ज़मीन की ओर देखते हुए चलते हैं।
आप किस तरह दूसरे लोगों से हाथ मिलाते हैं, इससे आपकी पर्सनेलिटी के बारे में पता चलता है। पहली मुलाक़ात में आप किसी तरह हाथ मिलाते हैं, इससे आपके फ़र्स्ट इम्प्रेशन पर असर पड़ता है, साथ ही इससे इस बात पर भी फ़र्क पड़ता है कि लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं। एक अध्ययन के मुताबिक, मज़बूती से हाथ मिलाने वाले लोग ज़्यादातर सकारात्मक, भावनात्मक, आत्मविश्वासी, खुलकर आपनी भावनाओं का प्रदर्शन करने वाले और एक्सट्रोवर्ट (बहिर्मुखी) होते हैं।
जो लोग ढीले ढंग से हाथ मिलाते हैं, वे मज़बूती से हाथ मिलाने वालों की तुलना में कम आत्मविश्वासी, अधिक शर्मीले और वहमी होते हैं। इसके अलावा, उनमें सोशल एंग्ज़ायटी भी होती है।
आपका ईमेल करने का तरीक़ा आपकी पर्सनेलिटी के बारे में बहुत कुछ बताता है। क्या आप ईमेल लिखते समय 'मैं', 'मेरे' या 'मेरा' जैसे शब्दों का इस्तेमाल ज़्यादा करते हैं। यह आपकी आत्ममुग्धता की ओर इशारा करता है।
क्या आप अपने ईमेल को बहुत सावधानी से लिखते हैं और इसे बार-बार रिव्यू करते हैं। क्या आप चाहते हैं कि आपका ईमेल अच्छे ढंग से लिखा गया हो और इसमें वर्तनी की ग़लतियाँ ना हों? यह किसी व्यक्ति की सावधानी, पूर्णता और काम के प्रति उसके जुनून को दर्शाता है। लंबे ईमेल लिखने वाले लोग पूर्णता और ऊर्जा को दर्शाते हैं, लेकिन इससे यह भी पता चलता है कि उन्हें किसी की ज़रूरत है।
नर्वस होने पर कुछ लोगों एक जैसी चीज़ को बार-बार करने लगते हैं। एक अध्ययन के मुताबिक, बोरियत होने पर या जलन व अंसतोष महसूस करने पर अपने बाल खींचना या नाख़ून चबाना, एक ऐसी आदत है जिससे आपके पूर्णतावादी (परफ़ेक्शनिस्ट) होने का संकेत मिलता है।
समय की पाबंदी किस तरह आपकी पर्सनेलिटी के बारे में बताती है? समय के पाबंद लोग बहुत कर्तव्यनिष्ठ और मिलनसार होते हैं।
जो लोग किसी जगह वक़्त पर पहुँचते हैं, उनमें न्यूरोटिसिज़्म की संभावना अधिक होती है। जबकि, ऐसे लोग जो देरी से पहुँचते हैं, उन्हें आरामपसंद माना जाता है।
क्या आप खाना खाते हुए समय लगाते हैं और धीरे-धीरे खाते हैं? यह आमतौर पर इस बात का संकेत माना जाता है कि आप ज़िंदगी का मज़ा लेना जानते हैं। इससे यह भी पता चलता है कि आपको नियंत्रण में रहना पसंद है।
अगर आप तेज़ी से खाना खाते हैं, तो इसका मतलब है कि आप जल्दबाज़ है। वहीं दूसरी तरफ़ इसका मतलब यह भी माना जाता है कि आप महत्वाकाँक्षी है।
ऐसे लोगों के स्वभाव में भी अंतर पाया जाता है, जो खाने की नई-नई चीज़ें आज़माना पसंद करते हैं या बहुत चुनिंदा चीज़ें खाते हैं। नई-नई चीज़ें खाने वाले लोगों को साहसिक और ख़तरा उठाने वाला माना जाता है। जबकि चुनिंदा चीज़ें खाने वाले लोगों को एंग्शियस और न्यूरोटिक माना जाता है। क्या आप अपनी प्लेट में खाने को अलग-अलग रखकर खाना पसंद करते हैं? यह बेहद सावधानी बरतने का संकेत है और इसका मतलब यह भी है कि आप डीटेल ओरिएंटिड हैं।
क्या आप किसी प्रॉडक्ट को ख़रीदने से पहले उसके लेबल पर लिखी सामग्रियों की जाँच-पड़ताल करते हैं? इसका मतलब यह है कि आप डीटेल ओरिएंटिड हैं और बहुत सोच समझकर फ़ैसला लेते हैं। जबकि बाक़ी लोग प्रॉडक्ट ख़रीदने के लिए केवल सामान्य जानकारी ही देखते हैं।
जी हाँ! आपका सेल्फ़ी लेने का तरीक़ा भी आपके बारे में बहुत कुछ कहता है। नानयाँग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के 2015 में किए गए एक अध्ययन के मुताबिक. जो लोग कैमरा नीचे की ओर करके सेल्फ़ी लेना पसंद करते हैं, वे अधिक मिलनसार होते हैं।
इस अध्ययन में यह भी पाया गया कि जो लोग अधिक कर्तव्यनिष्ठ होते हैं, उनकी तस्वीरों के बैकग्राउंड में निजी स्थान बहुत कम दिखाई देता है।
अगर आप चेहरे पर सकारात्मक भाव लाकर (जैसे-मुस्कुराते हुए) सेल्फ़ी लेते हैं, तो इसका मतलब है कि आप नई चीज़ों को आज़माने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। ऐसा माना जाता है कि पाउट बनाकर सेल्फ़ी लेने वाले लोगों की पर्सनेलिटी काफ़ी न्यूरोटिक होती है।
हैंडराइटिंग एनालाइसिस या ग्राफ़ोलॉजी, कोई नई चीज़ नहीं है, लेकिन इससे किसी की पर्सनेलिटी के बारे में काफ़ी कुछ पता चलता है। क्या आप लिखते हुए बड़े अक्षर बनाते हैं? इसका मतलब है कि आप लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचना चाहते हैं। वहीं दूसरी शब्द, लिखते हुए छोटे अक्षर बनाने वाले लोग एकाग्रता के मामले में अच्छे माने जाते हैं और उन्हें अंतर्मुखी (इंट्रोवर्ट) माना जाता है।
क्या आपकी लिखावट के अक्षर दाईं ओर झुके होते हैं? इसका मतलब है कि आप बहुत भावनात्मक और मिलनसार हैं। बाईं ओर झुके अक्षरों वाली लिखावट का मतलब है कि वे लोग अकेला रहना पसंद करते हैं और गंभीर रहते हैं। वे लोग, जिनकी लिखावट किसी ओर भी नहीं झुकी होती, वे तार्किक और व्यावहारिक होते हैं।
लिखते समय आप कितना दबाव डालकर लिखते हैं? जो लोग अधिक दबाव डालकर लिखते हैं, वे लोग अधिक प्रतिक्रियाशील होते हैं और चीज़ों को बेहद गहराई से महसूस करते हैं। वहीं दूसरी तरफ़, जो लोग कम दबाव डालकर लिखते हैं, उनमें सहजता और कम भावनात्मकता पाई जाती है।
क्या आप अपने पर्स को बाँह पर डालकर रखते हैं? ऐसा करने वाले लोग आमतौर पर अपनी सामाजिक स्थिति पर बेहद ध्यान देते हैं।
अगर आप बैग के स्ट्रैप को सामने की ओर लाकर शरीर पर टाँगते हैं, तो इसका मतलब है कि आप अपनी सुरक्षा और स्थिति को बेहद महत्व देते हैं। जो लोग पीछे की ओर बैग टाँगते हैं, उन्हें बेहद शाँत माना जाता है।
अगर आप ज़्यादातर बैकपैक को पीठ पर ही टाँगते हैं, तो निश्चित रूप से इसका मतलब है कि आप अपनी आज़ादी पर बहुत ज़ोर देते हैं। बैग हाथ में लेकर चलने वाले लोगों को सुव्यवस्थित व दृढ़ निश्चयी माना जाता है।
छोटी-छोटी बातें, जो आपकी पर्सनेलिटी के बारे में काफ़ी कुछ बताती हैं
चाहे आपके जूते हों या आपका सेल्फ़ी लेने का तरीक़ा
LIFESTYLE Psychology
हर किसी की पर्सनेलिटी अपने आप में अनोखी होती है। लेकिन, क्या आपको पता है कि हमारी पर्सनेलिटी हमारे बारे में काफ़ी कुछ बताती है। हम जिस तरह टॉयलेट पेपर रोल करते हैं या फिर जिस तरह चलते हैं, इससे हमारी पर्सनेलिटी के बारे में बहुत कुछ पता लग सकता है।
इस गैलरी में हम ऐसी कुछ चीज़ों के बारे में बात करेंगे, जिन्हें हम करते हैं और उनसे हमारे पर्सनेलिटी के बारे में पता चलता है। क्लिक करें और जानें कि कहीं आपमें भी तो ये आदतें नहीं हैं।