हार्ले-डेविडसन मोटरसाईकिल मार्केट में लगभग 120 सालों से है। हार्ले-डेविडसन केवल मोटरसाईकिल कंपनी नहीं है, बल्कि ये अमेरिकी इतिहास की गवाह भी है। इसलिए, इस विरासत का जश्न तो मनाया ही जाना चाहिए। एक छोटे से बैकयार्ड शेड से शुरू हुई यह कंपनी, आज अरबों डॉलर की हो चुकी है। हार्ले-डेविडसन अपने अब तक के सफ़र में दोनों वर्ल्ड वॉर, इकॉनामिक रिसेशन (आर्थिक मंदी) के अलावा बहुत सी चीज़ों की गवाह रही है।
इस गैलरी में हम बीसवीं सदी की शुरुआत में जाकर हार्ले-डेविडसन के बारे में गहराई से जानेंगे। क्लिक करें और जानें!
हार्ले-डेविडसन 2023 में अपनी 120वीं सालगिरह मना रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसकी स्थापना कब हुई?
हार्ले-डेविडसन की शुरुआत 1903 में चार लोगों ने मिलकर की थी। इसकी स्थापना विस्कॉन्सिन के मिल्वॉकी में हुई थी।
हार्ले-डेविडसन की शुरुआत चार सगे भाइयों ने की थी। इनके नाम विलियम डेविडसन, वॉल्टर डेविडसन, ऑर्थर डेविडसन और विलियम हार्ले थे (बायें से दाँये)।
मोटरसाईकिल का आइडिया विलियम एस. हार्ले का था। वह कंपनी के पहले चीफ़ इंजीनियर और ट्रेज़रार (कोषाध्यक्ष) थे।
विलियम डेविडसन का पूरा नाम विलियम "बिल" डेविडसन था। वह मिल्वॉकी रोड रेलरोड में अच्छी-ख़ासी नौकरी करते थे। हार्ले डेविडसन में वर्क्स मैनेजर बनने के लिए उन्होंने वह नौकरी छोड़ दी थी।
आर्थर डेविडसन, हार्ले-डेविडसन के पहले जनरल सेल्स मैनेजर और सेक्रेट्री थे।
वॉल्टर डेविडसन, हार्ले-डेविडसन के पहले प्रेसीडेंट और जनरल मैनेजर थे। उन्हें हार्ले रेसर के रूप में भी जाना जाता है।
इस कंपनी की पहली फैक्ट्री मिल्वॉकी के चेस्टनट स्ट्रीट में डेविडसन के बैकयार्ड में बने लकड़ी के शेड में शुरू की गई थी। बाद में चेस्टनट स्ट्रीट को जूनो एवेन्यू के नाम से जाना जाने लगा।
कंपनी के हेडक्वार्टर शुरू से ही चेस्टनट स्ट्रीट (जूनो एवेन्यू) में है। लेकिन, अब दूसरी बिल्डिंग बन चुकी है।
हार्ले-डेविडसन ने पहली मोटरसाईकिल 1903 में बनाई थी। जिसमें सिंगल-सिलेंडर इंजन और पेडल थे।
हार्ले-डेविडसन को जिस टू-सिलेंडर इंजन के लिए जाना जाता है, उसे 'वी-ट्विन' कहते हैं। इसे हार्ले-डेविडसन ने 1909 में बनाया था। इस इंजन से मोटरसाईकिल 60 मील/ घंटे (लगभग 100 किमी/ घंटे) की रफ़्तार से दौड़ सकती थी।
1917 में, अमेरिका को पहले वर्ल्ड वॉर का सामना करना पड़ा। तब सेना के इस्तेमाल करने के लिए, अमेरिका ने 20,000 हार्ले-डेविडसन मोटरसाईकिल खरीदीं।
1920 आते-आते हार्ले-डेविडसन दुनिया का सबसे बड़ा मोटरसाईकिल मैन्युफैक्चर बन चुका था। 1920 में उसके डीलर 67 देशों में मौजूद थे।
1920 में हार्ले-डेविडसन ने एक रेसिंग टीम को स्पॉन्सर किया, जिसका नाम 'द रेकिंग क्रू' था। उस समय के हिसाब से यह बहुत बहादुरी भरा काम था। इससे हार्ले के ब्रांड का बहुत विज्ञापन हुआ।
हार्ले-डेविडसन का ये नाम' रेकिंग क्रू' रेसिंग टीम के मेंबर 'रे वेशार' के कारण पड़ा। वह जीतने पर अपने साथ टीम का मेस्कॉट (प्रतीक चिन्ह) लेकर मैदान में घूमते थे। यह मेस्कॉट एक छोटा सूअर (हॉग) था।
अब तक हार्ले-डेविडसन की मोटरसाईकिल को पुलिस विभाग समेत अन्य बहुत सी कंपनियाँ इस्तेमाल करने लगी थीं।
1921 में ओटो वॉकर, 100 मील/घंटे (160 किमी/घंटे) की एवरेज स्पीड से मोटरसाईकिल चलाकर रेस जीतने वाले पहले व्यक्ति बने। यह रिकॉर्ड हार्ले-डेविडसन मोटरसाईकिल से बनाया गया था।
हार्ले-डेविडसन ऐसी कुछ मोटरसाईकिल कंपनियों में से एक थी, जो भारी उथल-पुथल के दौर में भी टिकी रहीं। लड़ाई छिड़ने के बाद भी वो अमेरिकी सेना को मोटरसाईकिल की सप्लाई करने में कामयाब रही।
हार्ले-डेविडसन ने अमेरिकी सेना के लिए मोटरसाईकिल का एक 'मिलिट्री-स्पेशल' वर्ज़न बनाया। इस मोटरसाईकिल में 740CC क्षमता की WL लाइन थी। इस मोटरसाईकिल का नाम "WLA" था (जिसमें "A" का मतलब आर्मी था)। हार्ले ने अमेरिकी सेना के लिए ऐसी 90,000 मोटरसाईकिल बनाईं।
हार्ले-डेविडसन ने कनाडाई सेना के लिए भी मोटरसाईकिलें बनाईं। इस मोटरसाईकिल का नाम "WLC" था।
स्टंट करने वाले मशहूर व्यक्ति 'एवल' नाइवेल ने भी स्टंट दिखाने के लिए हार्ले-डेविडसन की XR-750 मोटरसाईकिल का इस्तेमाल किया।
हार्ले-डेविडसन की सवारी करना विद्रोह का प्रतीक माना जाता है। 1969 में आई फिल्म "ईज़ी राइडर" में पीटर फॉन्डा व डेनिस हॉपर को हार्ले-डेविडसन चलाते हुए दिखाया गया था।
हार्ले चलाने वाले लोगों की अपनी एक कम्युनिटी है। इसमें पूरी दुनिया के हार्ले चलाने वाले लोग एक साथ मिलकर बाइक व राइडिंग के लिए अपने प्रेम का जश्न मनाते हैं।
हार्ले-डेविडसन की फैक्ट्री अमेरिका में हैं, लेकिन इसके पार्ट्स ब्राज़ील, हिंदुस्तान और थाईलैंड में भी बनते हैं।
हार्ले-डेविडसन ने बाज़ार में अलग-अलग ख़ासियतों वाली बहुत सी मोटरसाईकिलें उतारी हैं। ये मोटरसाईकिल 7 मॉडल फैमिली के तहत आती हैं। हार्ले की 7 मॉडल फैमिली हैं- टूरिंग, सॉफ्टेल, स्पोर्ट्स्टर (तस्वीर में), व्रॉड, स्ट्रीट और लाइववायर।
हार्ले-डेविडसन ने नौजवान राइडर्स को आकर्षित करने के लिए, खुद को एक नया कलेवर दिया है। इसके लिए नए और छोटे, मोटरसाईकिल मॉडल डेवलप किए गए हैं।
2019 में रिलीज़ हुई लाइववायर, हार्ले-डेविडसन की पहली इलेक्ट्रिक मोटरसाईकिल है।
इस तस्वीर में, ब्रिटिश रेसिंग मोटोरिस्ट सर मैल्कम कैंपबेल को एक हार्ले-डेविडसन मोटरसाईकिल चलाते दिखाया गया है। कैंपबेल ने दुनिया में सबसे तेज़ मोटरसाईकिल चलाने का रिकॉर्ड बनाया था।
बहुत से मशहूर लोग हार्ले की मोटरसाईकिल चलाते हैं। 1982 की इस तस्वीर में हार्ले की बाइक चलाते ऑर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर नज़र आ रहे हैं।
इस तस्वीर में जॉर्ज क्लूनी अपनी हार्ले मोटरसाईकिल चलाते हुए दिख रहे हैं।
हार्ले डेविडसन मोटरसाईकिल का इतिहास
राइड टू लिव, लिव टू राइड
LIFESTYLE Motorbikes
हार्ले-डेविडसन मोटरसाईकिल मार्केट में लगभग 120 सालों से है। हार्ले-डेविडसन केवल मोटरसाईकिल कंपनी नहीं है, बल्कि ये अमेरिकी इतिहास की गवाह भी है। इसलिए, इस विरासत का जश्न तो मनाया ही जाना चाहिए। एक छोटे से बैकयार्ड शेड से शुरू हुई यह कंपनी, आज अरबों डॉलर की हो चुकी है। हार्ले-डेविडसन अपने अब तक के सफ़र में दोनों वर्ल्ड वॉर, इकॉनामिक रिसेशन (आर्थिक मंदी) के अलावा बहुत सी चीज़ों की गवाह रही है।
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