मौत की सज़ा के बारे में अजीब-ओ-ग़रीब बातें
किसी गंभीर जुर्म के लिए उचित सज़ा, क्रूरता, अमानवीयता या फिर अपमानजनक सज़ा?
LIFESTYLE Society
मौत की सज़ा एक ऐसा विषय है, जिसके बारे में हमारे समाज में अक्सर बातें होती रहती है। इसे मृत्युदंड के नाम से भी जाना जाता है। मौत की सज़ा अक्सर सबसे गंभीर अपराधों, जैसे -क़त्ल आदि के मुजरिमों को सज़ा देने के लिए दी जाती है। लोगों द्वारा जानबूझकर या अनजाने में किए गए अपराधों के बदले उन्हें दी जाने वाली उचित सज़ा क्या है, इसको लेकर दशकों से बहस चली आ रही है और इस पर सभी की अलग-अलग राय है। एक ओर जहाँ 100 से अधिक देशों ने मौत की सज़ा के प्रावधान को ख़त्म कर दिया है, वहीं दूसरी तरफ़ बहुत से देशों में यह अभी भी चल रही है। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने मौत की सज़ा को क्रूर, अमानवीय और अपमानजनक सज़ा माना है। इस पर आपकी क्या राय है?
इस गैलरी पर क्लिक करें और जानें मौत की सज़ा से जुड़ी अजीब-ओ-ग़रीब बातों के बारे में।